Friday, September 5, 2008

मोहब्‍बत का नाम लोगे तो तहलका होगा

आरकुट पर हमारे मित्र रवि जी हमें तुकबंदी करने की इच्‍छा जाहिर की, तो हाजिर है हमारी तुकबंदी:-

मोहब्‍बत का नाम लोगे तो तहलका होगा,
दोबारा मिले तो अब रण होगा।।
हुँकार भरेगी नारी शक्ति,
तेरे जैसो का अब वध होगा।।

"Dikha kar khawaab in aankhon ko, De gaye aansoon in mein Tum..
Kaise chalka doo yeh aansoon, In mein bhi To rehTe ho Tum.."


छेड़ना छोड दो हमको,
नही तो मुँह तोड़ जवाब मिलेगा।
अब अगर चूँ तक की तो,
सिर पर पड़ रहे चप्‍पलो का एहसास होगा।।

Jaise taise karke sammelan khatam hua..
Ek aadh beech mein kuch acha bhi tha..
EK baar ja ke ismein nishchay kar liya hai..
Phir kisi sammelan mein jaana na tha..


अभी मै जा रही हूँ, तेरे साथ अभी बात बाकी है।
सघर्ष रहेगा जारी, तू नही मानेगा हारी।।
मेरे जाने का यह अर्थ नही की मै हार गई,
वक्‍त का तकाजा है, वक्त हमारे पास नही।।
आपसे तुक बंदी काफी अच्‍छी लगी, फिर बात होगी।

inshaahallaah jaldi mulakaat hogi
SAT sri akal ,aadaab and JAI HIND!!!!!!!!!!!